हवाई सफर करने वालों ने 17 नवंबर को बनाया रिकॉर्ड, एक दिन के आंकड़े चौंकाने वाले
Ministry Of Civil Aviation
Ministry Of Civil Aviation: देश में शादियों का सीजन चल रहा है. 12 नवंबर से शुरू हुआ ये सीजन 16 दिसंबर तक रहेगा. इस बीच लगभग 48 लाख शादियां होने का अनुमान है. शादियों की वजह से भारत में लगभग 6 लाख करोड़ रुपये का बिजनेस होने की भी उम्मीद है.
ट्रैवेलिंग भी इसी बिजनेस का हिस्सा है. यही वजह है कि रविवार को घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में कमाल की बढ़ोतरी देखी गई. नागरिक उड्डयन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में ऐसा पहली बार हुआ है जब एक दिन में 5,00,000 से ज्यादा यात्रियों ने घरेलू विमानों से यात्रा की है.
एविएशन मिनिस्ट्री ने क्या कहा
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (Ministry of Civil Aviation) ने इस संबंध में जो आंकड़े जारी किए हैं, उसके मुताबिक, रविवार को 3,173 फ्लाइट्स में कुल 5,05,412 यात्रियों ने घरेलू यात्रा के लिए उड़ान भरी. इन आंकड़ों का ऐलान करते मंत्रालय ने X पर लिखा, "देश का एविएशन सेक्टर अब पहले से कहीं ज्यादा ऊंचाई पर है, जो सपनों और मंजिलों को बेधड़क जोड़ रहा है."
कब-कब कितने यात्रियों ने यात्रा की
देश में फ्लाइट से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या पिछले दो हफ्तों से लगातार बढ़ रही है. एविएशन इंडस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार, 8 नवंबर को 4,90,000 यात्रियों ने उड़ान भरी, जो 9 नवंबर को बढ़कर 4,96,000 हो गए. वहीं 14 नवंबर को यह संख्या 4,97,000 थी, जो 15 नवंबर को बढ़कर 4,99,000 और 16 नवंबर को 4,98,000 तक पहुंच गई.
किस वजह से बढ़ रही है यात्रियों की संख्या
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीआरए की सीनियर वाइस प्रेसिडेंट और को-ग्रुप हेड - कॉर्पोरेट रेटिंग्स किञ्जल शाह का कहना है कि देश में बढ़ रहे वर्क-फ्रॉम-होम कल्चर की सुविधा लोगों को यात्रा करने का अवसर देती है. इसके अलावा टियर-2 और टियर-3 शहरों में कनेक्टिविटी में तेजी और एयरलाइन्स द्वारा टिकट की कीमतों में कमी भी यात्रियों के बढ़ने की वजह है. इसके अलावा शादियों के सीजन की वजह से भी घरेलू विमानों में यात्रियों की संख्या में तेजी है.
इन जगहों के लिए ज्यादा बुक हो रही फ्लाइट की टिकट
ixigo के ग्रुप सीईओ ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा कि दिल्ली, मुंबई, श्रीनगर, जयपुर और गोवा जैसे प्रमुख हॉलिडे डेस्टिनेशन के लिए फ्लाइट बुकिंग में साल दर साल 70 से 80% का इज़ाफा देखा गया है.