पंजाब की राजनीति में शून्य साबित होगा कैप्टन, बीजेपी और ढींडसा का नापाक गठजोड़ : भगवंत मान
पंजाब की राजनीति में शून्य साबित होगा कैप्टन, बीजेपी और ढींडसा का नापाक गठजोड़ : भगवंत मान
-भगवंत मान ने बीजेपी को ' पॉलिटिकल शार्क' बताया, पंजाब, देश और लोकतंत्र के लिए बताया बड़ा खतरा
... पंजाब के लोगों को याद है ढींडसा परिवार को मिली 'पद्मश्री' की बख़्शीश, अमित शाह और ढींडसा की फोटो देखकर कोई हैरान नहीं
चंडीगढ़, 29 दिसंबर
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के अध्यक्ष और सांसद भगवंत मान ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह, शिअद (यूनाइटेड) के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन को राजनीतिक अवसरवाद बताते हुए कहा कि जनता की अदालत इन अवसरवादियों को सबक सिखाएगी। मान ने कहा कि यह गठबंधन पंजाब की राजनीति में जीरो सबित होगा। भाजपा पंजाब में शून्य है और शून्य में कितना भी शून्य जोड़ दिया जाए, नतीजा शून्य ही रहेगा।
बुधवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में मान ने पवित्र गीता के उपदेशों का हवाला देते हुए कहा, "जो हो रहा है अच्छा हो रहा है, और जो होगा, वह अच्छा ही होगा क्योंकि पंजाब के लोग अवसरवादी और स्वार्थी नेताओं के दिन-प्रतिदिन उतरते मुखौटों को करीब से देख रहे हैं। इन राजनीतिक अवसरवादियों के लक्षणों को देखकर लोगों को यकीन हो गया है कि इस बार पिछली गलतियों को नहीं दोहराया जाएगा और इस बार एक मौका आम आदमी पार्टी को दिया जाएगा।
मान ने बीजेपी, कैप्टन और ढींडसा गुट पर तंज कसते हुए कहा, ''अब जब उनका पुराना नापाक गठबंधन सामने आ गया है, तो बादल वाला शून्य को भी अपने शून्य में जोड़ लें, लेकिन नतीजा फिर भी शून्य ही होगा।" मान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से सवाल करते हुए कहा कि वे पंजाब के लोगों को बताएं कि वे उन्हें वोट क्यों दें। पंजाब की जनता तो उल्टे यह पूछने को तैयार बैठी है कि कैप्टन 2017 के जनमत के आदेश की ऐसी तैसी कर अपने शाही फार्महाउस से साढ़े चार साल तक बाहर क्यों नहीं आए। कैप्टन अमरिंदर सिंह वोट मांगना तो दूर अब वे पंजाब के लोगों को मुंह दिखाने लायक भी नहीं हैं।
सुखदेव सिंह ढींडसा पर निशाना साधते हुए मान ने कहा कि पंजाब के लोग अखबारों और मीडिया में सुखदेव ढींडसा, कैप्टन और अमित शाह की साथ वाली तस्वीरें देखकर हैरान नहीं हुए, क्योंकि ढींडसा को मोदी सरकार द्वारा विशेष रूप से उन्हें दिया गया 'पद्म श्री' पंजाब की जनता को याद है। बल्कि यह चर्चा फिर से शुरू हो गई है कि सरदार सुखदेव सिंह ढींडसा को बादल की जगह केंद्र में वजीरी मिल सकती है, क्योंकि ढींडसा एंड पार्टी के माध्यम से भाजपा पंथिक राजनीति और पंथिक संस्थाओं पर सीधा नियंत्रण हासिल करने की फिराक में है। हालांकि किसान आंदोलन ने इन चर्चाओं पर कुछ समय के लिए विराम लगा दिया था, लेकिन अब तस्वीर साफ हो गयी है और इनका नापाक और स्वार्थी गठबंधन लोगों के सामने आ गया है। लेकिन पंजाब की जनता भाजपा, कैप्टन और ढींडसा की राजनीति को हमेशा के लिए सफाया कर देगी। उन्होंने कहा कि ढींडसा परिवार और उनके नेताओं को जवाब देना होगा कि ऐसी कौन सी मजबूरियां हैं कि वे ऐसी भाजपा की गोद में बैठे जिसने किसान आंदोलन के दौरान पंजाब और पंथ का दुश्मन कहा जाता रहा है?
भाजपा को राजनीतिक शार्क बताते हुए मान ने कहा कि आज भाजपा देश के संविधान, लोकतंत्र और भाईचारे के साथ-साथ राजनीतिक मूल्यों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई है। लेकिन सौभाग्य की बात है कि पंजाब के लोग हमेशा भाजपा के घातक शासन से सतर्क रही है और भविष्य में और भी सतर्क रहेगी, क्योंकि सत्ता के भूखे और भ्रष्ट 'पंजाब के डोगरा' अपने असली चेहरों को बेनकाब कर भाजपा के घातक रथ पर सवार हैं। मान ने पंजाब के लोगों से अपील की कि कांग्रेस, कैप्टन, बादल और भाजपा की एबीसी टीमें, जो चुनाव के सामने खंभों की तरह उठ खड़ी होती है, अगले 100 वर्षों में भी पंजाब और पंजाबियों के भविष्य को नहीं सुधार सकतीं। इसलिए उन्हें आ