अर्जेंटीना अदालत ने निगरानी मामले में पूर्व राष्ट्रपति से पूछताछ की अनुमति दी
Argentine court allows questioning
Argentine court allows questioning: ब्यूनस आयर्स। अर्जेंटीना के राष्ट्रपति अल्बर्टो फर्नांडीज ने पूर्व नेता मौरिसियो मैक्री को खुफिया जानकारी रखने के काम से मुक्त कर दिया है ताकि वह सान जुआन पनडुब्बी घटना में मारे गए नाविकों के रिश्तेदारों पर कथित जासूसी के मामले में अदालत में गवाही दे सके। शुक्रवार को यह जानकारी दी गई।
श्री मैक्री के खिलाफ निगरानी को लेकर मामला पिछले साल सितंबर में शुरू हुआ था, जिसे उस दौरान देश की खुफिया एजेंसी ने कथित तौर पर उनके कार्यकाल के दौरान मृत नाविकों के परिवारों के मद्देनजर की थी। अदालत ने उन्हें अक्टूबर की शुरुआत में गवाही देने के लिए बुलाया था, लेकिन श्री मैक्री के उपस्थित नहीं होने के कारण सुनवाई को दो बार 28 अक्टूबर तक के लिए स्थगित करना पड़ा।
गौरतलब है कि गुरुवार को भी श्री मैक्री फिर से मामले के संदर्भ में गवाही देने में असमर्थ रहे क्योंकि अदालत के पास राजनेता को गोपनीय जानकारी रखने से छूट देने की अनुमति नहीं थी। इसकी अनुमति राष्ट्रपति फर्नांडीज ने दी थी।
उल्लेखनीय है कि 15 नवंबर, 2017 को सैन जुआन पनडुब्बी का संचार संपर्क टूट गया था। उस वक्त पनडुब्बी उशुआइया नौसेना बेस से मार डेल प्लाटा की ओर जा रही थी। जब पनडुब्बी के साथ आखिरी बार संचार स्थापित हुआ था, उस वक्त पनडुब्बी में सवार ने दुर्घटना की सूचना दी थी। पनडुब्बी में 44 लोग सवार थे, जिसमें अर्जेंटीना की पहली महिला सबमैरिनर एलियाना मारिया क्रावचिक भी शामिल थीं। नौसेना के अधिकारियों ने एक बार विस्फोट होने की सूचना दी थी और शायद यही सान जुआन पनडुब्बी के लापता होने का कारण हो सकता है।
दुर्घटनाग्रस्त पनडुब्बी का पता एक साल बाद लगा। इसका पता उस जगह लगा था, जहां अर्जेंटीना के नौसेना विशेषज्ञों ने दुर्घटनाग्रस्त होने का स्थान बताया था।