देश के सबसे स्वच्छ शहरों में बनारस 30वें नंबर पर, प्रदेश में सातवां स्थान
देश के सबसे स्वच्छ शहरों में बनारस 30वें नंबर पर, प्रदेश में सातवां स्थान
लखनऊ। केंद्र सरकार ने स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 की रैंकिंग के परिणाम शनिवार को घोषित कर दिए हैं। उत्तर प्रदेश का कोई भी शहर टाप टेन में शामिल नहीं हो सका है। देश की रैंकिंग में राजधानी लखनऊ 12वें स्थान पर और कानपुर 21वें स्थान पर है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी 27वें स्थान से गिरकर 30वें स्थान पर आ गया है। हालांकि बनारस को देश में गंगा किनारे बसा सबसे स्वच्छ शहर का खिताब मिला है। यह लगातार दूसरी बार सबसे स्वच्छ शहर चुना गया है। वहीं रैकिंग में कानपुर चार पायदान ऊपर पहुंचा। पूरे देश में 21वां नंबर प्राप्त किया। स्वच्छता रैकिंग 2020 में 25 वें नंबर पर कानपुर था।
स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 का परिणाम शनिवार को घोषित कर दिया गया। जारी परिणाम में लखनऊ 12, गाजियाबाद 18, कानपुर 21, आगरा 24, प्रयागराज 26, मेरठ को 27वां स्थान मिला। यूपी के 17 निकाय क्षेत्रों में कानपुर, लखनऊ और गाजियाबाद का प्रदर्शन देश में कुछ ठीक रहा है।
राष्ट्रीय स्तर पर लखनऊ की रैंकिंग 12 है जबकि प्रदेश में एक नंबर पर है। राष्ट्रीय स्तर पर गाजियाबाद 18 और प्रदेश में दूसरा स्थान मिला है। कानपुर में देश में 21वें नंबर पर और प्रदेश में तीसरे स्थान पर है। वहीं आगरा को राष्ट्रीय स्तर पर 24वां और प्रदेश में चौथा स्थान मिला है। प्रयागराज को देश में 26वां और प्रदेश पांचवां स्थान मिला है। मेरठ को देश में 27वां और प्रदेश में छठवां स्थान मिला है। इसी प्रकार वाराणसी को देश में 30वीं और प्रदेश में सातवीं रैंक मिली है।
'स्वच्छ भारत मिशन' के तहत स्वच्छ सर्वेक्षण-2021 सर्वेक्षण में 4320 शहरों ने भी भाग लिया था। लखनऊ नगर निगम 4586.17 अंक मिले। इस हिसाब से नगर निगम लखनऊ प्रदेश में पहले नंबर पर रहा, जबकि देश में बारहवीं रैंक आई। यह सर्वेक्षण कुल छह हजार अंकों का था। देश में 21 वें नंबर पर रहे कानपुर को 3847.67 अंक मिले, जबकि आगरा 24 नंबर को को 3715.53, 26 नंबर पर प्रयागराज को 3613.12, 27 नंबर पर मेरठ को 3598.23 और तीस नंबर पर वाराणसी को 3532.15, गाजियाबाद नगर निगम 18 वें नंबर पर रहा और उसे 4220.15 अंक मिले।