अकाली दल ने बोला सरकार सीबीएसई पंजाबी को माइनर विषय बनाने का फैसला वापिस ले
अकाली दल ने बोला सरकार सीबीएसई पंजाबी को माइनर विषय बनाने का फैसला वापिस ले
चंडीगढ़/21अक्टूबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से कहा कि वह कक्षा दस और बारह की बोर्ड परीक्षा के लिए पंजाबी को माइनर विषयों की सूची में शामिल करने के अपने फैसले की समीक्षा करे।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए शिरोमणी अकाली दल के प्रवक्ता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यह फैसला संविधान की भावना के खिलाफ है, जिसने राज्य की भाषाओं के साथ साथ संघीय सिद्धांतों को भी उचित महत्व दिया, जिसके तहत सभी राज्यों की भाषाओं को अपने अपने राज्य में प्रमुख महत्व दिया गया था। ‘‘पंजाबी को माइनर भाषा करके सीबीएसी न केवल भाषा का अहित कर रहा है, बल्कि राज्य के छात्रों को इसे इस प्रमुख विषय के रूप में लेने के अवसर से भी वंचित कर रहा है’’।
डाॅ. चीमा ने कहा कि सीबीएसई को पंजाब भाषा एक्ट को याद रखना चाहिए जिसके अनुसार पंजाबी को एक अनिवार्य विषय बनाया गया था। ‘‘ सीबीएसई को ऐसा कुछ नही करना चाहिए जो पंजाब में राज्य की भाषा के रूप में पंजाब की स्थिति को कमजोर करे। इस फैसले से यह संकेत भी भेजा जा रहा है कि केंद्र छात्रों को उनकी मातृभाषा से दूर करने की कोशिश कर रहा है। डाॅ. चीमा ने कहा कि इस फैसले की समीक्षा करके इसमें तुरंत सुधार किया जाना चाहिए’’।