तालिबान राज में अफगान महिलाओं का प्रदर्शन, मांगा सरकारी नौकरी में हक

तालिबान राज में अफगान महिलाओं का प्रदर्शन, मांगा सरकारी नौकरी में हक
काबुल| काबुल में सभी क्षेत्रों की दर्जनों अफगान महिलाओं ने सरकारी नौकरी और समाज में महिलाओं को समान दर्जा देने की मांग को लेकर तालिबान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। टोलो न्यूज ने बताया कि बुधवार के विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने वाली कुछ महिलाएं पूर्व अफगानिस्तान सरकार में स्वतंत्र प्रशासनिक सुधार और सिविल सेवा आयोग में आफिसर थीं। तालिबान के अधिग्रहण के बाद इन महिलाओं ने अपनी नौकरी खो दी थी।
महिला प्रदर्शनकारियों ने जारी किया एक प्रस्ताव
आपको बता दें कि विरोध में भाग लेने वाली एक महिला फिरोजान अमीरी ने कहा कि स्वतंत्र प्रशासनिक सुधार, सिविल सेवा आयोग में काम करने वाली हम महिलाओं और सरकारी विभाग के 28 प्रतिशत सक्रिय बल को 15 अगस्त 2021 को इस्लामिक गणराज्य अफगानिस्तान के पतन और सरकारी विभागों पर तालिबान के शासन से बड़ी क्षति हुई है। महिला प्रदर्शनकारियों ने एक प्रस्ताव भी जारी किया है। इसमें खासतौर पर पांच पवाइंट
- महिलाओं को काम करने की अनुमति देना,
- महिलाओं के मामलों के बारे में सरकार के निर्णय लेने वाले निकाय में महिलाओं का सार्थक समावेश,
- महिलाओं के अधिकारों का समर्थन करने के लिए नीतियों का गठन,
- महिलाओं के कब्जे वाले पदों का संरक्षण,
सिविल सेवा में 28 प्रतिशत पद भरती थीं महिलाएं
टोलो न्यूज ने एक अन्य प्रदर्शनकारी खुजस्टा का हवाले देते हुए बताया कि महिलाओं (स्वतंत्र प्रशासनिक सुधार और सिविल सेवा आयोग) केनौकरियों के भाग्य को लेकर चिंतित हैं। एक अन्य महिला प्रदर्शनकारी इल्हाम ने बताया कि लगभग 28 प्रतिशत सिविल सेवा के पद महिलाओं द्वारा भरे जाते थे। सरकारी विभागों में महिलाओं की कामकाज गतिविधियों के लेकर चर्चा की जा रही है। तालिबान के प्रवक्ता डिप्टी बिलाल करीमी ने कहा कि एक आकलन के बाद अगर किसी विभाग में महिलाओं की उपस्थिति की आवश्यकता होगी तो महिलाओं को समान विभाग और पदों पर काम करने का मौका दिया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में मान्याता प्राप्त करने के लिए वर्तमान अफगान सरकार को मानवाधिकारों, महिलाओं के अधिकारों और एक समावेशी सरकार का गठन करने की आवश्यकता है।