नैनीताल में पांच साल की मासूम बनी तेंदुए की शिकार
Innocent leopard hunt
नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल में तेंदुए के हमले में पांच साल की एक मासूम बच्ची की मौत हो जाने से कोहराम मच गया है। दो महीने में यह दूसरी घटना है, जब तेंदुए के हमले में मासूम ने जान गंवायी है।
मिली जानकारी के अनुसार ज्योलिकोट के पास चोपड़ा ग्राम सभा के दांगड़ तोक में मोहन सिंह की पांच साल की मासूम बेटी राखी शाम को लगभग छह बजे घर के आंगन में खेल रही थी। इसी दौरान घात लगाये तेंदुए ने बच्ची पर हमला कर दिया और वह बच्ची को जंगल में ले जाने लगा।
इसी दौरान परिजनों ने तेंदुए का मुकाबला कर बच्ची को उसके जबड़े से छुड़ा लिया और गंभीर रूप से घायल बच्ची को हल्द्वानी अस्पताल ले जाया गया लेकिन उसने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गयी।
गौतलब है कि पिछले महीने आठ अक्टूबर की शाम को भी चोपड़ा ग्राम सभा के मटियाली में तेंदुए ने भानू राणा के ढाई साल के पुत्र राघव को घर के आंगन से उठा लिया था। अगले दिन उसका क्षत विक्षत शव जंगल से बरामद हुआ था हालांकि इसके बाद सक्रिय हुए वन विभाग ने तेंदुए को पिंजड़े में कैद कर लिया था।
लगातार प्रकाश में आ रही घटनाओं से क्षेत्र की जनता में रोष व्याप्त है। भीमताल के ब्लाक प्रमुख हरीश बिष्ट ने वन विभाग से क्षेत्र की जनता को तेंदुए के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। साथ की परिवार को मुआवजा दिलाने के साथ ही आदमखोर को जिंदा या मुर्दा पकडऩे की मांग की है।