Pakistan Hajj Quota: इस साल 90 हजार पाकिस्तानी नहीं जा सकते है हज, जानें वजह ?
- By Sheena --
- Monday, 06 Mar, 2023
90 Thousand Pakistani will not able to go to Hajj this year know the reason
Pakistan Hajj Quota: पाकिस्तान में चल रहे आर्थिक संकट में फंसे पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। पाकिस्तान की सरकार ने इससे निपटने के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। विदेशी मुद्रा की कमी के कारण शहबाज सरकार ने लगभग 90,000 पाकिस्तानी नागरिकों का हज कोटा विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों को देने का फैसला किया है। गौरतलब हो कि हर साल भारत-पाकिस्तान के लाखों मुसलमान हज पर सऊदी अरब जाते हैं। वहां जाने के लिए हाजियों को अपने देश के नोट विदेशी मुद्रा में एक्सचेंज कराने होते हैं। लेकिन इन दिनों चूंकि पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार नाम मात्र का रह गया है तो इससे निपटने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने लगभग 90,000 पाकिस्तानी नागरिकों का हज कोटा विदेशों में रहने वाले पाकिस्तानियों को देने का फैसला किया है।
पाकिस्तानी रुपए की वैल्यू हुई कम
पाकिस्तानी रुपया (Pakistani Rupee) डॉलर (Dollar) की तुलना में लगातार बेदम हुआ है।अभी यदि एक यूएस डॉलर (USD) से पाकिस्तानी रुपये की तुलना की जाए तो 277.92 रुपये में एक डॉलर मिलेगा। जबकि आजादी के समय ऐसा नहीं था। 1947 में जब पाकिस्तान आजाद ही हुआ था तो पाकिस्तानी रुपये की वैल्यू ब्रिटिश पाउंड से आंकी जाती थी। वो तब लगभग 13.33 PKR प्रति पाउंड थी। लेकिन आज 334.45 पाकिस्तानी रुपये एक ब्रिटिश पाउंड के बराबर हैं। आपको बतादें कि इस साल सऊदी अरब ने पाकिस्तान को 1,79,210 हज कोटा दिया है। इतने लोगों के अरब जाने का मतलब है पाकिस्तान को डॉलर भी ज्यादा खर्च करने पड़ेंगे। डॉलर की कमी और न हो, इस आर्थिक संकट के कारण पाकिस्तानी सरकार इतने बड़े पैमाने पर हज की अनुमति नहीं दे सकती है। इसके साथ ही विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पाकिस्तानी सरकार हज के कोटे को प्रवासी पाकिस्तानियों को आवंटित करेगी, जिससे फायदा यह होगा कि प्रवासी पाकिस्तानी वहीं की मुद्रा के जरिए हज पर जा सकेंगे। इससे पाकिस्तान को डॉलर की बचत होगी।