7350 किलो सोडियम स्टार्च ग्लाईकोलेट बरामद, नकली रॉ मटीरियल सप्लाई केस में दूसरी गिरफ्तारी
- By Arun --
- Thursday, 18 May, 2023
7350 kg sodium starch glycolate recovered
बद्दी:हिमाचल में दवा उद्योगों को सब-स्टैंडर्ड रॉ मटीरियल सप्लाई के मामले में राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने बद्दी से एक और सप्लायर को गिरफ्तार किया है। आरोपी सप्लायर को बुधवार शाम अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण ने मामले के सामने आने के बाद बीते सप्ताह बरोटीवाला से रॉ मटीरियल सप्लायर फर्म के एक कर्मी को गिरफ्तार किया था। इसी कर्मी से पूछताछ के आधार पर मिले साक्ष्यों के आधार पर मंगलवार रात बद्दी स्थित एक कंपनी में प्राधिकरण की टीम ने दबिश दी और उसके संचालक को ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट के उल्लंघन के आरोप में गिरफ्तार कर लिया।
राज्य दवा नियंत्रक प्राधिकरण अब तक इस मामले में 7350 किलो सोडियम स्टार्च ग्लाईकोलेट बरामद कर चुका है, जिसके सैंपल जांच के लिए लैब में भेज दिए है। राज्य दवा नियंत्रण प्राधिकरण ने सोडियम स्टार्च ग्लाईकोलेट एक्सीसिएंट के नाम पर गड़बड़ी व नामी कंपनी का लेवल लगाकर लोकल माल की बिक्री की मिली सूचनाओं के आधार पर पड़ताल शुरू की थी, इसी दौरान कुछ इनपुटस मिले जिसके आधार पर जाल बिछाकर प्राधिकरण की टीम ने इस गोरखधंधे का भंडाफोड़ कर दिया। प्राधिकरण अब तक 7350 कि लो सोडियम स्टार्च ग्लाईकोलेट बरामद कर चुका है। प्राधिकरण की टीम ने अलाइड फार्मा केम पर शिकंजा कसा और संजय सिंह को गिरफ्तार किया है।
डिप्टी ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने बताया कि एक्सीसिएंट मामले में बद्दी स्थित अलाइड फार्मा केम के संचालक संजय सिंह को ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत गिरफ्तार किया है। अभी तक इस मामले में दो लोग गिरफ्तार किए जा चुके है।
पुलिस की मदद से गिरोह का पर्दाफाश करेगा विभाग
एक्सीसिएंट क्षेत्र की नामी कंपनी जेआरएस फार्मा के लेबल को निम्न ग्रेड एक्सीसिएंट पर चिपका दिया था और इसे विभिन्न फार्मास्युटिकल फर्मों को उच्च कीमत पर उच्च ग्रेड का दर्शा कर बेचा था। फार्मा केम को वर्ष 2017 में ट्रेडिंग का लाइसेंस दिया था। फिलवक्त अब जांच अधिकारी पड़ताल कर रहे है कि दोनों रॉ मटीरियल सप्लायर फर्में कब से इस अनधिकृत गतिविधि को अंजाम दे रही थी और कहां कहां एक्सीसिएंट की सप्लाई की गई है। फिलवक्त दो लोगों की गिरफ्तारी के बाद राज्य दवा नियंत्रण प्राधिकरण इस पड़ताल में राज्य कर एवं आबकारी विभाग व पुलिस प्रशासन की भी मदद लेगा ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। अब तक जिन दो फर्मों पर कार्रवाई की गई है वह उतर भारत की ज्यादातर दवा कंपनियों को एक्सीसिएंट (रॉ मटीरियल) सप्लाई करती है ।