वीआईटीयू-एपी में आईसीसीडीई का 6वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन
6th International Conference of ICCDE at VITU-AP
(बीएसएन रेड्डी )
अमरावती : 6th International Conference of ICCDE at VITU-AP: (आंध्र प्रदेश) वीआईटी-एपी विश्वविद्यालय ने शुक्रवार, 9 अगस्त, 2024 को दो दिवसीय "कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस और डेटा इंजीनियरिंग पर 6वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (ICCIDE-2024)" के उद्घाटन सत्र की मेजबानी की। वीआईटी-एपी विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग (SCOPE) द्वारा आयोजित इस सम्मेलन का उद्घाटन प्रतिष्ठित अतिथियों और संकाय सदस्यों, शोध विद्वानों और उद्योग विशेषज्ञों के जीवंत दर्शकों के साथ किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ. संगरापिल्लई लम्बोथरन, इंस्टीट्यूट फॉर डिजिटल टेक्नोलॉजीज, लॉफबोरो यूनिवर्सिटी, यूके के प्रोफेसर और निदेशक और विशिष्ट अतिथि डॉ. माइकल फर्नांडो, यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर, यूके के प्रोफेसर और इंजीनियरिंग और कंप्यूटिंग के डीन शामिल हुए। दोनों वक्ताओं ने अनुसंधान को आगे बढ़ाने और शोधकर्ताओं तथा उद्योग के पेशेवरों के बीच सार्थक संवाद को सुविधाजनक बनाने में तकनीकी सम्मेलनों की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। उनके संबोधनों ने कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस और डेटा इंजीनियरिंग में नवीनतम प्रगति और उभरते रुझानों के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की।
वीआईटी-एपी विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एस.वी. कोटा रेड्डी ने शिक्षा और उद्योग के बीच तालमेल को मजबूत करने के लिए संस्थान के समर्पण पर जोर दिया। उन्होंने तकनीकी प्रगति को आगे बढ़ाने में अनुसंधान, नवाचार और सहयोगी प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया।
सम्मेलन अध्यक्ष डॉ. नागराजू देवरकोंडा ने साझा किया कि सम्मेलन को विभिन्न देशों से उच्च गुणवत्ता वाले शोध पत्र प्राप्त हुए हैं। कार्यवाही को स्प्रिंगर द्वारा नेटवर्क और सिस्टम श्रृंखला में व्याख्यान नोट्स में प्रकाशित किया जाएगा, जिससे अनुसंधान योगदान का व्यापक प्रसार और मान्यता सुनिश्चित होगी।
डॉ. सीएच. प्रदीप रेड्डी ने आयोजन अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, और डॉ. सरोज कुमार पाणिग्रही ने आयोजन सह-अध्यक्ष के रूप में कार्य किया, जिन्होंने सम्मेलन के सफल निष्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सम्मेलन में क्षेत्र के अग्रणी विशेषज्ञों के मुख्य भाषण भी शामिल थे, जिन्होंने कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस और डेटा इंजीनियरिंग में उभरते रुझानों और भविष्य की दिशाओं के बारे में बहुमूल्य जानकारी प्रदान की। इस कार्यक्रम में संकाय सदस्यों, शोध विद्वानों और उद्योग विशेषज्ञों की सक्रिय भागीदारी देखी गई, जिससे विचारों का जीवंत आदान-प्रदान हुआ और कम्प्यूटेशनल इंटेलिजेंस और डेटा इंजीनियरिंग के क्षेत्र में भविष्य के सहयोग का मार्ग प्रशस्त हुआ।