Himachal : प्रदेश में 9 माह में हत्या के 67 मामले, दुष्कर्म के 265 मामले हुए दर्ज, बीजेपी प्रवक्ता पंकज और मीडिया सह प्रभारी अमित ने साधा निशाना
67 cases of murder, 265 cases of rape were registered in the state in 9 months, BJP spokesperson Pan
67 cases of murder, 265 cases of rape were registered in the state in 9 months : मंडी। हिमाचल प्रदेश के चायल में जिस तरह से बीते दिनों एक प्रवासी महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। उससे यह पता चल गया है कि हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है और आम जनता के साथ कभी भी कोई अपराधिक घटना पेश आ सकती है। ऐसे में प्रदेश कांग्रेस सरकार किस तरह से बेहतर व्यवस्था के दावे कर सकती है। प्रदेश कांग्रेस सरकार पर निशाना चाहते हुए हिमाचल प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज जंबाल और प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित सूद ने बताया कि चायल की घटना देव भूमि के लिए बड़ी शर्मनाक घटना है। उस घटना में जहां तीन आरोपियों ने एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। तो वहीं उसके पति को भी पेड़ से बांधकर मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया।
वहीं 9 माह में प्रदेश में हत्या के 67 मामले दर्ज हुए हैं। जिसमें सबसे अधिक 12 मामले शिमला जिला में पेश आए हैं। हत्या के 7-7 मामले बिलासपुर और मंडी, सिरमौर में 6, चंबा व सोलन में पांच पांच मामले सामने आ चुके हैं। इसके अलावा प्रदेश में अटेम्प्ट टू मर्डर के 51 मामले दर्ज हो चुके हैं। जिनमें सबसे अधिक 12 मामले जिला मंडी में पेश आए हैं।
पंकज जंबाल व अमित सूद का कहना है कि जनवरी से सितंबर माह तक प्रदेश में दुष्कर्म के 265 मामले दर्ज हुए हैं। यानी कि हर माह औसतन 30 मामले दुष्कर्म के सामने आ रहे हैं। इनमें सबसे अधिक जिला मंडी में 38 मामले दर्ज हुए हैं। उसके बाद जिला कांगड़ा में 31, जिला सिरमौर में 29 मामले दर्ज हुए हैं। महिलाओं से क्रूरता के सबसे ज्यादा 25 मामले भी जिला मंडी में दर्ज हुए हैं। इसके अलावा बिलासपुर में 23, कांगड़ा तथा ऊना में भी 21-21 मामले दर्ज हुए हैं। ऐसे में प्रदेश सरकार किस तरह के व्यवस्था परिवर्तन की बात करती है। जबकि समाज में इस तरह से आपराधिक घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही है।
वहीं प्रदेश सरकार नशा तस्करी को दूर करने की बात करती है। लेकिन जनवरी से सितंबर माह तक नशा तस्करी के 1715 मामले दर्ज किया जा चुके हैं। वही सबसे अधिक जिला शिमला में यह मामला 300 का आंकड़ा पार कर गया है। शिमला जिला में एनडीपीएस की धाराओं के तहत 9 महीने में यह आंकड़ा 361 है। इसके अलावा मंडी में 194, कुल्लू में 178, कांगड़ा में 148 और ऊना में 142 मामले दर्ज हुए हैं।
कांग्रेस सरकार आखिर किस मुंह से यह बात जनता के बीच कह रही है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम है और नशे पर भी रोक लगाई गई है। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता पंकज जंबाल और मीडिया सह प्रभारी अमित सूद ने बताया कि फॉरेस्ट एक्ट के तहत भी प्रदेश में 103 मामले दर्ज हुए और एक्साइज एक्ट के तहत भी मामलों का आंकड़ा 245 पहुंचा है। 9 माह में प्रदेश में महिलाओं के छेड़छाड़ के कुल 386 मामले दर्ज हुए हैं ऐसे में हर माह औसतन 40 से ज्यादा मामले महिलाओं से छेड़छाड़ के सामने आ रहे हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह कानून व्यवस्था को सही बनाए रखने के लिए सख्ती से काम करे और जो भी व्यक्ति अपराधी का घटनाओं में संयुक्त पाया जाता है। तो उस पर तुरंत कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। ताकि प्रदेश की जनता शांतिपूर्ण तरीके से अपना जीवन व्यतीत कर सके।
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