रॉ अफसर बताकर पेट्रोल पंप मालिक से ठगे 58 लाख
58 lakhs cheated
चंडीगढ़ के होटल में रुका, कोर्ट केस नहीं लगा तो मालिक को धमकी देकर हुआ फरार
अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला। 58 lakhs cheated: खुद को रॉ का आईजी अफसर बता कर एक जालसाज पंचकूला में पेट्रोल पंप मालिक से 58 लाख रुपए ठग कर फरार हो गया। पेट्रोल पंप मालिक और उनके भाई को आरोपी धमकियां देने लगा कि उसकी बड़े नेताओं और अधिकारियों के साथ जान पहचान है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाकर जेल भेज देगा और अपने पैसे भूल जाओ। एक शिकायत उन्होंने 2021 में पुलिस चौकी सेक्टर-10 में शिकायत दी, फिर भी कार्रवाई नहीं हुई। इस दाैरान आरोपी ने उनसे रुपये ठग लिए।
सेक्टर-4 निवासी पेट्रोल पंप मालिक संजीव गर्ग पुलिस को शिकायत देकर बताया कि उनका जमीन से संबंधित मामला पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में चल रहा है। उनके जानकार दीपक को भी इसकी जानकारी थी। दीपक ने ही 2019 में अजय कुमार सिंह से उनकी मुलाकात करवाई और बताया कि हाईकोर्ट से संबंधित आपका काम यह व्यक्ति करवा देगा।
आरोपी ने मांगे 2 करोड़
अजय कुमार सिंह ने उन्हें खुद को रॉ का आईजी बताया संजीव गर्ग से कहा कि हाईकोर्ट में चल रहे केस को आपके पक्ष में करवाने के लिए दो करोड़ रुपये लगेंगे। उनके भाई दिनेश ने कहा कि यह मामला 2013 से चल रहा है, यदि जल्दी समाप्त हो सकता है तो करवा लो। इसके बाद दीपक और अजय उनके घर पहुंचे और काम के संबंध में बातचीत हुई। 25 लाख रुपये नकद और तीन चेक लिए अजय सिंह ने उनसे 25 लाख रुपये नकद और तीन चेक लिए। उसके बाद अजय सिंह ने 30 सितंबर 2019 की हाई कोर्ट की डेट मिलने बात बताई और व्हाट्सएप पर हाईकोर्ट की कॉज लिस्ट भी भेजी। इसमें उनका केस कोर्ट में लगा नजर आया। इसके बाद उसने पंचकूला आकर उनसे 15 लाख रुपये और लिए। 30 सितंबर को आदेश न आने पर उसने कहा कि तारीख किसी कारण आगे 18 अक्टूबर की लग गई है। इस संबंध में उसने हाईकोर्ट की अगली तारीख की कॉपी और आदेश की कॉपी भेजी जिसमें लिखा गया था कि 18 अक्टूबर के मामलों को उसी दिन शार्टआउट कर दिया जाएगा।
चंडीगढ़ आकर होटल में रुका था आरोपी
संजीव गर्ग के मुताबिक अजय सिंह चंडीगढ़ आकर एक होटल में रुका हुआ था। उसने वहां भी उनसे 10 लाख रुपये नकद और करीब 8 लाख रुपये खाते में ट्रांसफर करवाए। इसके बाद 18 अक्टूबर को कोर्ट में केस न लगने पर अजय कुमार ने बताया कि अभी कुछ पेपर वर्क चल रहा है, अब कल ही सुनवाई होगी तो थोड़ी देर में कंफर्म कर दिया जाएगा। अन्यथा कुछ दिन बाद ही तारीख दे दी जाएगी। केस नहीं लगने के कारण उसने उनके व्हाट्सएप पर केस के बारे में डिटेल भेज दी, लेकिन उनका केस नहीं लगा। इसके बाद उन्होंने आरोपी से मिलने की कोशिश की, लेकिन उसने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया। इसके बाद उससे मिलने के लिए दिल्ली गया तो एक कागज पर लिखित में 30 लाख रुपये तीन चेक के माध्यम से देने के बारे में लिखा। इसके अलावा 28 लाख रुपये नकद देने को कहा। जब उन्होंने पैसे नहीं दिए तो गर्ग परिवार को आरोपी धमकियां देने लगा।
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