गमाडा ने स्ट्रीट वेंडर्स के लिए मार्केटें विकसित करने के लिए 4 साईटें नगर निगम एस. ए. एस. नगर को सौंपी : अमन अरोड़ा
चंडीगढ़, 2 दिसंबरः 4 Sites allocated to MC SAS Nagar to Develop Market for Street Vendors: Aman Arora
एस. ए. एस. नगर में रेहड़ी-फड़ी वालों को मिलेगी अलग मार्केट
वैध कब्ज़े हटाने के खि़लाफ़ शुरु की मुहिम के दौरान किसी को अपनी रोज़ी-रोटी से मुहताज न होना पड़े, इसको यकीनी बनाने के लिए ग्रेटर मोहाली एरिया डिवैल्लपमैंट अथॉरिटी (Greater Mohali Development Authority-GMADA) की तरफ से रेहड़ी-फड़ी (Street Vendors) वालों के लिए अलग (Dedicated) मार्केट विकसित करने के लिए नगर निगम, एस. ए. एस. नगर (SAS Nagar, Mohali) को चार सीटें अलॉट की गई हैं, जिससे स्ट्रीट वेंडरों को काम-काज और लोगों को खरीदारी करने में सुविधा होगी।
केवल स्ट्रीट वैंडरों के लिए मार्केट बनाने के लिए ही इस्तेमाल की जा सकेंगी यह साईटें
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये पंजाब के आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री (Minister of Housing and Urban Development) श्री अमन अरोड़ा (Mr. AMAN Arora) ने बताया कि इस प्रयास से न केवल इन स्ट्रीट वैंडरों को कारोबार (Business) के लिए एक समर्पित जगह मिलेगी बल्कि ग्राहकों (Customers) को भी एक स्थान पर खरीददारी करनी आसान होगी। इससे शहर में ट्रैफ़िक की समस्या (Problem of Traffic) से निपटने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि यह साईटें नगर निगम (Municipal Corporation) को केवल रेहड़ी-फड़ी वालों के लिए मार्केटें विकसित करने के लिए मुफ़्त (Free of Cost) में सौंपी गई हैं।
श्री अमन अरोड़ा ने बताया कि यह चार स्थानों सैक्टर-56 में 3341.59 वर्ग गज़, सैक्टर-77 में 2516.88 वर्ग गज़ और 1873.14 वर्ग गज़, और सैक्टर-78 में 2588.24 वर्ग गज़ में स्थित हैं। उन्होंने बताया कि इन साईटों का चयन अलग-अलग क्षेत्रों को जोड़ने वाली सड़कों तक आसान पहुँच को ध्यान में रखते हुये किया गया है।
आवास निर्माण और शहरी विकास मंत्री ने कहा कि नगर निगम, एस. ए. एस. नगर को स्ट्रीट वेंडरों को ऐसे ढंग से तबदील करने के लिए कहा है जिससे एक पॉकेट में एक ही तरह के काम वाले हों जिससे खरीदारों और कारोबार करने वालों को लाभ मिल सके।
उन्होंने बताया कि नगर निगम को अलॉट की गई इन साईटों का स्वामित्व गमाडा के पास ही रहेगा। भविष्य में नगर निगम यदि इन स्थानों से स्ट्रीट वैंडरों को कहीं और तबदील करना चाहता है तो गमाडा इन साईटों का कब्ज़ा वापस ले सकेगा। ऐसी स्थिति में इन वैंडर साईटों (Vendor Sites) को अन्य जगह तबदील करने का खर्चा नगर निगम द्वारा ही उठाया जायेगा।