खुलेंगे 362 नए संस्कृति मॉडल स्कूल, हर कॉलेज में 10 स्मार्ट क्लासरूम
खुलेंगे 362 नए संस्कृति मॉडल स्कूल, हर कॉलेज में 10 स्मार्ट क्लासरूम
आठवीं से 12वीं के विद्यार्थियों के लिए होगा ओलंपियाड
चंडीगढ़, 8 मार्च। शिक्षा क्षेत्र को लेकर मनोहर सरकार पूरी सजग है। सरकार ने प्रदेश में संस्कृति मॉडल स्कूलों को बढ़ाने की रूपरेखा तैयार की है। योजना के तहत स्कूलों की संख्या बढ़ाकर 500 की जाएगी। वर्तमान में सीबीएसई से संबद्ध ऐसे स्कूलों की संख्या 138 है। इस साल सरकार ऐसे 362 और स्कूल स्थापित होंगे। संस्कृति मॉडल स्कूलों में पांचवीं कक्षा से ही बच्चों को कंप्यूटर शिक्षा प्रदान की जाएगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य शिक्षा को लेकर भी सरकार ने चार नए मेडिकल कॉलेज खोलने की रूपरेखा बनाई है। यही नहीं अब पीजीआई में किडनी किडनी ट्रांसप्लांट भी किया जाएगा।
प्रदेश के स्कूल और कॉलेजों में आईटी तकनीक को बढ़ावा दिया जाएगा। सभी कॉलेजों में कम से कम 10-10 स्मार्ट क्लास रूप स्थापित करने की योजना है, इसके साथ ही बेटियों को बेहतर व सुरक्षित परिवहन सेवा देने के लिए सरकार
‘साथी’ नामक योजना शुरू करेगी, जोकि लड़कियों का ड्राप-आउट रोकने के लिए यह योजना कारगर सिद्ध होगी।
25 लाख बच्चों का होगा दो बार मेडिकल चैकअप
सरकारी स्कूलों के 25 लाख बच्चों का सरकार साल में दो बार मेडिकल चैकअप कराएगी। बच्चों में खून की कमी आमतौर पर देखने को मिलती है। अनाज से एलर्जी के मामले भी बढ़ रहे हैं। ऐसे में चैकअप के जरिये बच्चों की बीमारियों को प्रारंभ में ही पकड़ा जा सकेगा। स्कूलों में खेल नर्सरियां भी स्थापित होंगी ताकि विद्यार्थियों को स्कूलों में ही बेहतर खुल सुविधाएं मिल सकें। कौशल विकास को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने अटल टिंकरिंग लैब (एटीएल) की तर्ज पर 50 सेमी लैब स्थापित करने का निर्णय लिया है। प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर अब आठवीं से बारहवीं तक के बच्चों के लिए विषयवार ओलंपियाड शुरू करने की योजना बनाई है।
मेडिकल कॉलेजों में खुलेंगे नर्सिंग कॉलेज
सरकार ने पलवल, चरखी दादरी, पंचकूला और फतेहाबाद में सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थापित करने का ऐलान किया है। चारों जिलों में वर्तमान में कोई मेडिकल कॉलेज नहीं है। वर्ष 2025 तक राज्य में एमबीबीएस की सीटों को बढ़ाकर 3035 करने का टागरेट रखा है। 2015 में इनकी संख्या 700 थी। चारों नए मेडिकल कॉलेज के लिए जमीन और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट का काम अगले तीन महीने में शुरू होगा। अब सभी मेडिकल कॉलेजों में नर्सिंग कॉलेज भी खुलेंगे ताकि पैरा-मेडिकल स्टॉफ की कमी को दूर किया जा सके। इसके अलावा फरीदाबाद, रेवाड़ी, कैथल, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में बनाए जा रहे नर्सिंग कॉलेजों के लिए 194 करोड़ 3 लाख रुपये सीएम ने अलॉट किए हैं।
सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र होंगे अपग्रेड
प्रदेश के सभी सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भारतीय जनस्वास्थ्य मानकों (आईपीएचएस) के अनुसार अपग्रेड किया जाएगा। तीन वर्षों में यह काम पूरा करने का लक्ष्य है। इतना ही नहीं, प्रदेश के हर उपमंडल पर कम से कम 100 बेड का अस्पताल बनेगा। जिला अस्पताल के नजदीक 40 किमी की दूरी पर उपमंडलों में बनने वाले 100 बेड के अस्पताल ऑक्सीजन सहित तमाम सुविधाओं से लैस होंगे। महेंद्रगढ़, भिवानी, जींद और गुरुग्राम में मेडिकल कॉलेज तथा नूंह के शहीद हसन खां मेवाती मेडिकल कॉलेज में डेंटल कॉलेज पर पहले से काम चल रहा है। इन मेडिकल कॉलेजों के निर्माण पर 2600 करोड़ की लागत आएगी। फरीदाबाद में अटल बिहारी वाजपेयी मेडिकल कॉलेज इसी साल पूरी तरह से चालू होगा। करनाल स्थित कल्पना चावला मेडिकल कॉलेज का विस्तार करने की भी सरकार की योजना है।