चंडीगढ़ में चोरी हो गई 300 किलो भारी तोप, सुरक्षा में तैनात पंजाब पुलिस भी हैरान
Heritage Cannon Stolen
चंडीगढ़। Heritage Cannon Stolen: सेक्टर-1 हाई सिक्योरिटी जोन के अंदर 82 सीआरपीएफ बटालियन के गो मेस की इमारत के सामने से हेरिटेज तोप चोरी मामले में जांच करने पुलिस की टीम पहुंची। हैरानी की बात है कि गेट पर 24 घंटे संतरी की सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद तीन क्विंटल की तोप कैसे चोरी हो गई। जबकि इस उठाने में कम से कम पांच से छह लोगों की जरूरत पड़ती है।
वहीं, तीन फीट लंबे तीन क्विंटल के तोप को उठाकर ले जाने के लिए भी बड़ी गाड़ी की व्यवस्था करनी पड़ी होगी। वीवीआईपी डॉक्टर और ,पुख्ता सुरक्षा के बीच तोप चोरी की वारदात ने पुलिस पर सवाल खड़ा कर दिया है। शिकायतकर्ता बटालियन के कमांडेंट पीपीएस बलविंदर सिंह ने बताया कि यह आजादी के पहले की तोप थी। में सेक्टर-3 थाना पुलिस ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ आईपीसी की धारा 379 के तहत केस दर्ज कर लिया है। सेक्टर-1 वीवीआईपी एरिया है, यहां पर पंजाब और हरियाणा सचिवालय भवन स्थित है।
जानकारी के अनुसार बलविंदर सिंह ने अपनी शिकायत में बताया कि उनकी जीओ मेस के मुख्य गेट पर हेरिटेज तोप रखा हुआ था। 5/6 मई की रात को अज्ञात आरोपित ने वारदात को अंजाम दिया है। इसकी सूचना मिलने के बाद अपने स्तर से जांच की गई। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस अधिकारी को दी।
सचिवालय के पीछे जीओ मेस (Geo Mess Behind Secretariat)
सेक्टर-1 स्थित पंजाब और हरियाणा सचिवालय के पीछे ही जीओ मेस की इमारत है। इसके अलावा आसपास के एरिया भी वीआईपी है। 82 बटालियन में तैनात जवानों पर पंजाब के मुख्यमंत्री सहित अन्य तरह की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। इस तरह की वारदात के बाद पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवालिया निशान लग गया है।
शहर में सबसे ज्यादा हेरिटेज फर्नीचर, चोरों की नजर (Most heritage furniture in the city, eyes of thieves)
चंडीगढ़ बनने के बाद इसकी सभी प्रमुख बिल्डिंग के लिए फर्नीचर डिजाइन किया गया। यह फर्नीचर चंडीगढ़ निर्माता मुख्य आर्किटेक्ट ली कार्बूजिए के कजिन पियरे जेनरे ने डिजाइन किया था। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी की हेरिटेज बिल्डिंग गांधी भवन भी डिजाइन किया था। जेनरे ने क्लासरूम, आफिस, लाइब्रेरी और अन्य सभी जगहों के लिए फर्नीचर डिजाइन किया था। शहर में सबसे ज्यादा हेरिटेज फर्नीचर चोरी की वारदात होती है।
यह पढ़ें:
Chandigarh: प्रॉपर्टी टैक्स से नगर निगम के खाते में अब तक पहुंचे 17 करोड़