खेरागढ़ में 242 किलो विस्फोटक व 421 डेटोनेटर के साथ 3 गिरफ्तार, विस्फोट होता तो ख़त्म हो जाता पूरा गावं
3 Arrested with 242 kg Explosives
आगरा: 3 Arrested with 242 kg Explosives: खेरागढ़ के गांव मिर्चपुरा में एक मकान में विस्फोटक का जखीरा(stock of explosives) होने की सूचना पर पुलिस ने छापा मारा। वहां एक कमरे में पलंग के नीचे छिपाकर रखा गया 242 किलोग्राम विस्फोटक(242 kg explosives) और 421 डेटोनेटर(421 detonators) बरामद किए। इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक को देख पुलिस के भी होश उड़ गए।
बम निरोधक दस्ते और फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया। जिसके बाद बरामदगी की कार्रवाई शुरु की जा सकी। बारूद और डेटोनेटर में विस्फोट होता तो पूरा गांव उड़ जाता। सैकड़ों ग्रामीणों की जान जा सकती थी। मौके से मकान मालिक समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
पुलिस उपायुक्त सोनम कुमार ने बताया कि थानाध्यक्ष खेरागढ़ राजीव कुमार को गांव मिर्चपुरा के एक मकान में भारी मात्रा में विस्फोटक का जखीरा जमा होने की सूचना मिली थी। मंगलवार की रात को सहायक पुलिस आयुक्त पीयूषकांत राय के नेतृत्व में पुलिस, बम निरोधक दस्ते और फायर ब्रिगेड ने संयुक्त टीम ने छापा मारा। मौके से मकान मालिक बंटू के अलावा किशन सिंह और प्रेम सिंह को गिरफ्तार किया।
आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि विस्फोटक का प्रयाेग अरावली की पहाड़ियों को तोड़ने के लिए किया जाता था।बरामद किया गया विस्फोटक और डेटोनेटर वह बयाना भरतपुर (राजस्थान) से खरीदकर लाए थे। पुलिस के अनुसार आरोपित विस्फोटक और डेटोनेटर को पहाड़ियों पर पत्थर खनन करने वाले स्थानीय लोगों काे बेचते थे।
खनन करने वाले पहाड़ियों को तोड़ने के बाद उसे बड़ी पोकलेन व अन्य मशीनों की मदद से खदानों से पत्थरों के टुकड़ों को राजस्थान से लगे क्रेशरों तक पहुंचाते हैं। जिसे छोटे-छोटे टुकड़ों में करके बेचा जाता है। पुलिस ने बुधवार को तीनों आरोपितों को जेल भेज दिया।
ये हुआ बरामद (it was recovered)
- ढाई पैकेट स्लरी एक्सप्लोसिव क्लास 02जेडजेड, 6.95 किलोग्राम
- अमोनियम फास्फेट, 140 किलोग्राम
- ब्लैक दानेदार मिश्रण विस्फोटक, 95 किलोग्राम
- सेफ्टी फ्यूज, 10 बंडल
- लाल रंग का डेटोनेटिंग कार्ड, दो बंडल
- डेटोनेटर नान इलेक्ट्रिक, 421 नग
घर में रखा था पूरे गांव की तबाही का सामान (The whole village's destruction material was kept in the house)
बंटू ने अपने घर के कमरे में पलंग के नीचे बिना किसी विशेष सुरक्षा के पूरे गांव की तबाही का सामान रखा हुआ था।बारूद, सेफ्टी फ्यूज, डेटोनेटर और अमोनियम फास्फेट समेत अन्य विस्फोटक एक ही जगह रखे थे।
अमोनियम फास्फेट विस्फोट की तीव्रता को बढ़ाने का काम करता है। पुलिस के अनुसार पहाड़ी में विस्फोट कर पत्थर तोड़ने के लिए एक डेटोनेटर में सेफ्टी फ्यूज लगाया जाता है। जिसके बाद उस पर करीब दो किलोग्राम विस्फोटक रखा जाता है।
सेफ्टी फ्यूज में आग लगाकर विस्फोट कराया जाता है। एक डेटोनेटर और एक किलोग्राम विस्फोटक पदार्थ से पूरा मकान मलबे में बदल सकता है। बंटू के घर में यदि किसी कारणवश डेटोनेटर विस्फोटक होता तो पूरा तबाह हो जाता। मिर्चपुरा गांव में 250 से अधिक मकान हैं। इसकी आबादी एक हजार से अधिक है। बंटू का मकान गांव के बीच में है।
ये है डेटोनेटर को रखने का तरीका (This is how to place the detonator)
पुलिस के अनुसार डेटोनेटर में निर्धारित दबाव और ऊर्जा मिलने पर विस्फोट होने की संभावना रहती है। डेटोनेटर की छड़ पकड़ने का भी तरीका है। उसे पकड़ते समय एक हाथ जमीन पर रखा हाेना चाहिए। जिससे कि डेटोनेटर को जरूरी ऊर्जा न मिल सके। जबकि बंटू के घर में डेटोनेटर की 421 छड़ वैसे ही रखी हुई थीं।
बम निरोधक दस्ते की देखरेख विस्फोटक को किया जाएगा निस्तारित (Explosives will be disposed of under the supervision of the bomb disposal squad.)
पुलिस के अनुसार विस्फोटक को बम निरोधक दस्ते की देखरेख में निष्क्रिय किया जाएगा। इसके निस्तारण के लिए लिए पुलिस गुरुवार को न्यायालय में प्रार्थना पत्र प्रस्तुत करेगी। वहां से आदेश प्राप्त होने के बाद निस्तारित किया जाएगा।
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