विधानसभा चुनाव में भाजपा सरकार के लिए चुनौती बन सकते हैं प्रदेश के 2000 एक्सटेंशन लेक्चरार
BJP government in the Assembly Elections
हरियाणा एक्सटेंशन लेक्चरर एसोसिएशन ने नियमरीकरण की मांग पूरी न होने पर 31 जुलाई को बड़ा आंदोलन करने का किया एलान
अर्थ प्रकाश संवाददाता
पंचकूला। BJP government in the Assembly Elections: प्रदेश में अगले ढाई महीनों में होने वाले विधान सभा चुनाव से पहले हरियाणा एक्सटेंशन लेक्चरर एसोसिएशन भारी आंदोलन कर सकते हैं। लेक्चरारों की ओर से नियमतीकरण की मांग को लेकर स्पष्ट किया है कि सरकार यदि उनकी प्रमुख मांग को पूरा नहीं करती है तब 31 जुलाई को प्रदेश के 2000 एक्सटेंशन लेक्चरार पंचकूला में प्रदेश स्तरीय आंदोलन करेंगे। लेक्चरारों का कहना है कि सरकार को आने वाले विधान चुनाव में इस चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।
सोमवार को पंचकूला में यह जानकारी एसोसिएशन के राज्य प्रधान ईश्वर सिंह ने प्रेस वार्ता में दी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा और प्रधान सचिव से मिलकर सरकार द्वारा 3 साल पहले स्वीकार की गई एक्सटेंशन लेक्चरर को नियमित करने की मांग के संबंध में ज्ञापन सौंप चुके हैं। मगर अभी तक उनकी मांग का समाधान नहीं हुआ है। इससे नाराज हरियाणा एक्सटेंशन लेक्चरर एसोसिएशन को आंदोलन करने पर विवश किया जा रहा है।
ईश्वर सिंह ने बताया कि साल 2014 से लगातार हरियाणा सरकार से प्रदेश के विभिन्न स्कूलों में कार्यरत करीब 2000 एक्सटेंशन लेक्चरर अपनी नियमतीकरण (रेगुलराइजेशन) की मांग उठाते आ रहे हैं। 2022 में सरकार द्वारा उनकी इस मांग को मान लिया गया था मगर तीन साल का अरसा बीतने के बावजूद सरकार ने एक्सटेंशन लेक्चरारों को नियमित नहीं किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्कूलों में कार्यरत दो हजार लेक्चरारों में पीएचडी और नेट क्लीयर कर चुके लेक्चरार शामिल हैं और इनमें 1200 महिला लेक्चरार हैं।
उन्होंने कहा कि सरकार ने उनकी समान काम समान वेतन की मांग को स्वीकार कर लिया था लेकिन नई शिक्षा नीति के अंतर्गत स्कूलों में रेगुलर पदों के मुकाबले पदों की अनिवार्यता अधिक बता कर एक्सटेंशन लेक्चरारों से ज्यादा काम लिया जाता है। लेक्चरारों के काम को कम कर उनके मूल वेतन में भी कटौती की जा रही है। उन्होंने बताया कि एक्सटेंशन लेक्चरार को 57700 पे ग्रेड के हिसाब से वेतन दिया जाता है वहीं नई शिक्षा नीति के तहत किए गए बदलाव के चलते पीरियड की संख्या कम कर एक्सटेंशन लेक्चरार के वेतन में कटौती कर 35400 पे ग्रेड दिया जाता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मौजूदा समय में करीब 200 लेक्चरार हैं जो 57700 का पे ग्रेड ले रहे हैं। इनके अलावा अन्य लेक्चरार करीब 35400 का पे ग्रेड ले रहे हैं। वहीं रेगुलर लेक्चरार की कोई जवाबदेही तय नहीं की जाती। हरियाणा एक्सटेंशन लेक्चरर एसोसिएशन ने सरकार के साथ साथ हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के अधिकारियों और स्कूल प्रिंसिपल पर एक्सटेंशन लेक्चरारों के साथ भेदभाव किए जाने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि स्कूल स्तर पर और प्रदेश स्तर पर एक्सटेंशन लेक्चरारों के अधिकारों को अनदेखा किया जा रहा है। डिपार्टमेंट स्कूलों में पदों की सही जानकारी सरकार तक नहीं पहुंचाया जा रहा है तभी एक्सटेंशन लेक्चरारों की मांगों को अनदेखा किया जा रहा है।