पहली अक्तूबर से धान की सुचारू खरीद के लिए पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा 1854 खरीद केंद्र नोटीफायी
- By Vinod --
- Saturday, 30 Sep, 2023
1854 procurement centers notified by Punjab Mandi Board for smooth procurement of paddy from 1st Oct
1854 procurement centers notified by Punjab Mandi Board for smooth procurement of paddy from 1st October- चंडीगढ़I पंजाब के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री स. गुरमीत सिंह खुड्डियां ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा धान की फ़सल के एक-एक दाने की खरीद के लिए की वचनबद्धता के अंतर्गत पंजाब मंडी बोर्ड द्वारा 1854 खरीद केंद्र नोटीफायी किए गए हैं, जिससे पहली अक्तूबर से शुरू हो रहे खरीद सीजन के दौरान खरीद कार्यों को सुचारू ढंग से पूरा किया जा सके।
स. खुड्डियां, जिनके साथ पंजाब मंडी बोर्ड के चेयरमैन स. हरचन्द सिंह बस्र्ट और विशेष मुख्य सचिव श्री के.ए.पी. सिन्हा भी मौजूद थे, ने आज यहाँ किसान भवन में आढतिया ऐसोसीएशनों और मंडी मज़दूर यूनियनों के प्रतिनिधियों के साथ बेठक की, जिस दौरान उनकी माँगों और दरपेश समस्याओं के हल सम्बन्धी विस्तार सहित विचार-विमर्श किया गया।
उन्होंने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार उनकी सभी जायज़ माँगों पर हमदर्दी से विचार करेगी और उनके हितों का पूरा ख़्याल रखा जाएगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार मज़दूरों और किसानों के कल्याण के लिए पूरी तरह से वचनबद्ध है। उन्होंने आगे कहा कि धान की निर्विघ्न खरीद को सुनिश्चित बनाने के लिए सभी पुख़्ता प्रबंध किए गए हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पहले ही 20 सितम्बर, 2023 को उपभोक्ता मूल्य सूचक अंक के अनुसार अनाज मंडियों में काम करने वाले मज़दूरों के लिए लेबर दरों में संशोधन करके 1.04 प्रतिशत की वृद्धि की जा चुकी है।
कृषि मंत्री ने कहा कि खरीद केन्द्रों को नोटीफायी करने के अलावा किसानों और मज़दूरों की सुविधा के लिए अनाज मंडियों में पुख़्ता इंतज़ाम किए गए हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि सरकार खरीद प्रक्रिया में किसानों को कोई मुश्किल नहीं आने देगी।
उन्होंने किसानों से अपील की कि वह पूरी तरह से पकी हुई फ़सल ही मंडियों में लेकर आएं जिससे उनको अपनी फ़सल बेचने में किसी किस्म की दिक्कत का सामना न करना पड़े। बैठक में पंजाब मंडी बोर्ड कीं सचिव अमृत कौर गिल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।