सेना प्रमुखों के साथ रक्षा मंत्री की अहम मीटिंग और फिर यह बड़ा फैसला: 'अग्निपथ योजना' पर आई बड़ी खबर, रक्षा मंत्रालय से हुआ अब एक और ऐलान
10 percent reservation in jobs under defense ministries
Ministry of Defence on Agnipath Scheme Recruitments : सेना में भर्ती के लिए लाई गई 'अग्निपथ योजना' पर युवाओं के भारी बवाल को देखते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज एक अहम बैठक बुलाई| जिसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए| यह बैठक काफी देर तक चली और इसमें 'अग्निपथ योजना' भर्ती को लेकर युवाओं के रोष को देखते हुए एक बड़ा फैसला लिया गया| जिसका ऐलान अब रक्षा मंत्रालय द्वारा किया गया है|
दरअसल, ऐलान यह है कि 'अग्निपथ योजना' के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं को रक्षा मंत्रालय के तहत आने वालीं Indian Coast Guard सहित तमाम सर्विसों में 10 फीसदी का आरक्षण दिया जाएगा| इसके साथ ही आवश्यक आयु में छूट का प्रावधान भी किया जाएगा। रक्षा मंत्रालय के अंदर आने वाली सभी यूनिटों को यह निर्देश जारी कर दिया गया है कि वह अपने संबंधित भर्ती नियमों में संशोधन करें।
रक्षा मंत्रालय ने पहले यह ऐलान किया था ....
इसके अलावा आपको यह ध्यान रहे कि इससे पहले रक्षा मंत्रालय ने 'अग्निपथ योजना' के तहत सेना भर्ती के लिए अधिकतम उम्र को बढ़ाने का ऐलान किया था| अधिकतम उम्र में फेरबदल करते हुए इसे 21 से 23 कर दिया गया है| यानि अब सेना में भर्ती के लिए 23 साल के तक के युवा अप्लाई कर पाएंगे| लेकिन आपको यहां एक बात बता दें कि उम्र में यह छूट सिर्फ पहली भर्ती के लिए ही दी गई है|
गृह मंत्रालय ने भी दिया 10 फीसदी आरक्षण ....
ध्यान रहे कि, गृह मंत्रालय द्वारा पहले ही 10 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया जा चुका है| गृह मंत्रालय ने एक अहम निर्णय लेते हुए 'अग्निपथ योजना' के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं के लिए सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज (CAPFs) और असम राइफल्स की भर्ती में 10 फीसदी का आरक्षण दे दिया है| इसके साथ ही अधिकतम उम्र की सीमा में भी छूट दी गई है| गृह मंत्रालय के अनुसार, अग्निपथ योजना' के तहत सेना से चार साल में रिटायर होने वाले युवाओं को CAPFs और असम राइफल्स में भर्ती के लिए निर्धारित अधिकतम प्रवेश आयु सीमा में 3 वर्ष की छूट दी जाएगी और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट 5 वर्ष की होगी।
युवाओं का विरोध किस कदर....
आपको बतादें कि, सेना में भर्ती के लिए 'अग्निपथ योजना' को लेकर पूरे देश के युवाओं में विरोध की लहर इसकदर दौड़ी हुई है कि वह सड़क पर उतरकर आगजनी-तोड़फोड़ और पत्थरबाजी कर रहे हैं| युवाओं का कहना है कि सरकार 'अग्निपथ योजना' को वापिस ले| इसके तहत सेना में मिलने वाली 4 साल की नौकरी उन्हें नहीं चाहिए|
चार साल की नौकरी के बाद 25% को रेगुलर नौकरी...
यह बात ठीक है कि इस योजना के तहत चार साल की नौकरी का प्रावधान है| लेकिन चार साल की नौकरी के बाद सेनाओं में जरुरत के अनुसार 25% प्रतिभाशाली जवानों को रेगुलर भर्ती कर लिया जाएगा| बाकि जो 75% रिटायर होंगे उनके लिए अन्य सरकारी नौकरियों में प्राथमिकता देने और छूट संबंधी फैसले लिए जा रहे हैं|