दिवाली पर लगने वाला एक ऐसा मेला जहां गधों पर लगाई जाती है बोली। मुगलों के जमाने से आज तक कायम है यह परंपरा
Madhya Pradesh Chitrakoot Mela: हिंदू धर्म के लोगों के लिए दीपावली एक काफी शुभ और बड़ा त्यौहार है। इस त्यौहार पर पूरे देश में अलग-अलग परंपराएं भी देखने को मिलती हैं, जैसे कि प्रभु श्री राम की तपोभूमि चित्रकूट में एक ऐसे मेले का आयोजन किया जाता है जहां गधों और खच्चरों को महंगे दामों में बेचा जाता है। तो चलिए पूरे विस्तार से आपको इस अजीबोगरीब परंपरा के बारे में बताते हैं।
दिवाली के दूसरे दिन लगता है यह मेला
दीपावली मेले के दूसरे दिन अन्नकूट से मंदाकिनी नदी के किनारे ऐतिहासिक गधा मेला लगता है। पांच दिवसीय मेले के दौरान कई राज्यों से व्यापारी चित्रकूट के गधा मेले में पहुंचते हैं, और यहां हर साल करोड़ों रुपए का व्यापार भी होता है। मंदाकिनी नदी के तट पर आयोजित मेले के दौरान गधों पर बोली लगती है, और महंगे से महंगे दामों में गधों को बेच दिया जाता है।
मुगलों से हुई थी शुरुआत
इस मेले की शुरुआत मुगल शासक औरंगजेब ने की थी। औरंगजेब द्वारा चित्रकूट के इस मेले से अपनी सेना के बड़े में गधों और खच्चरों को शामिल किया गया था। इसलिए इस मेले का ऐतिहासिक महत्व है। लेकिन अब मुगल काल से चली आ रही यह परंपरा सुविधाओं के अभाव के कारण खत्म होता हुआ नजर आ रहा है, क्योंकि यहां आने वाले लोगों का कहना है, की नदी के किनारे भीषण गंदगी के बीच लगने वाले इस मेले में व्यापारियों को ना तो पीने का पानी मिलता है और ना ही रुकने की कोई सुविधा है। इस मेले में सुरक्षा के नाम पर होमगार्ड के जवान तक नहीं तैनात किए जाते इसके साथ ही व्यापारियों के जानवर बिके या ना बिके लेकिन ठेकेदार उनसे पैसे जरुर वसूल लेते हैं।
लाखों में बिकते है गधे
इस मेले की सबसे दिलचस्प बात यह है की इस मेले में फिल्मी सितारों के नाम से गधों और खच्चरों को खरीदा और बेचा जाता है। इन गधों और खच्चरों के नाम शाहरुख, सलमान, करीना, माधुरी होते हैं। लेकिन इस बार गधों के बाजार में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई नाम का खच्चर भी आया है। ऐसा बताया जा रहा है कि इस बार सलमान खान और शाहरुख खान के नाम वाले गधों पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई नाम का गधा भारी पड़ गया। क्योंकि सलमान और शाहरुख नाम के गधे 80 और 85 हज़ार में बिके लेकिन वही लॉरेंस की कीमत 1.25 लाख रुपए बताई गई।